ओशो वर्ल्ड क्लब

“जन हित में जारी, सारी दुनिया हमारी। मुझे सिर से पैर के अंगूठे तक लाखों बीमारियाँ, फिर भी स्वर्गलोक में जाने की पूरी तैयारी है!”

परिचय:

मैं सिर्फ़ आत्मा हूँ, जो छल, कपट, घमंड से मुक्ति पाने के लिए और स्वर्गलोक में अप्सराओं (परियों) का नृत्य (नाच) चोरी-छुपे देखते हुए पकड़े जाने पर सज़ा के रूप में श्राप मिला था, जो वो इस धरती पर श्राप भुगतने आया हूँ!

लक्ष्य 🎯:

जो आत्मा मुझे खुश रखे, वो करूँगा। अब किसी के भी डैडी से नहीं डरूँगा!

“ओशो” के विचारों पर आखिरी साँस तक चलूँगा।

तलाश:

३६९ ओशो मित्र की जारी (गुण मिले तो गुरु बनाओ, चित्त मिले तो चेला, मन मिले तो मित्र बनाओ, वरना रहो अकेला!)

परवाह नहीं मुझे:

हज़ारों नाकामियों के बाद भी मेरे हौसले बुलंद हैं, हमेशा आशावादी रहा हूँ!!!

चुनौती:

कार्य या उद्देश्य, लक्ष्य—मुश्किल टास्क लेना मेरी फ़ितरत रही है!!!

टूटा दिल और विश्वास:

जितने मेरे शरीर पर बाल नहीं उटे, उतना मेरा दिल और विश्वास टूटा है!!! शायद यही वजह है कि टूटे हुए दिल ख़ास होते हैं!!!

मेरा मनोबल बढ़ाने वाले:

डैनिएला, और कुछ का नाम मैं लिखकर बता नहीं सकता अभी!

मेरा सपना:

मेरे बेटे राव को वो सारी खुशियाँ दूँ जो मेरे वश में हैं, और जो राव को एक प्योर आत्मा बनाने के लिए प्रेरित करें!

जिम्मेदारी:

पूरे विश्व में पॉजिटिव सोच देना। कोई मेरे साथ आए या न आए, इसकी परवाह नहीं। बस मरते हुए ये अफ़सोस न हो कि मैंने अपने पागलपन और मूर्ख दिमाग़ का इस्तेमाल नहीं किया—लोगों को मूर्ख और पागल बनाने के लिए उनको यह नहीं बताया कि, “हर कोई अनूठा है, साबित करता तेरे हाथ का अंगूठा है!”

ओशो की तरफ़ से मेसेज तुम सभी के लिए: न पासपोर्ट, न वीजा, न सीमा, न करो बहन की शादी, न बनेगा कोई जीजा। मालूम है कड़वी बात है, फिर भी एक घूँट में सारी गटक जाओ! 🙈🍺
हंसी 😂, दारू 🍻, ध्यान 🧘, उधार भूलो—दुनिया बदलो! 🌟

मेरा छोटा सा चिम्पांजी परिचय!

हरि ॐ तत् सत् 🙏 मित्रों! मैं हूँ पीके (पीके के कई अर्थ निकल सकते हैं, जैसा तुम निकालो—जैसे पीके मतलब पागल कमीना, पीके का मतलब पावन कर्मा, पीके का मतलब सिर्फ़ पीके टिप्सी जो हमेशा हल्के से नशे में रहता हो!)

तुम्हारा वो निकम्मा दोस्त 😜, मानो दोस्त वरना गॉस्ट 😉। शक्ल देखकर मेरी हालत तुमसे छुपी नहीं जाएगी 😅। बिना उधार के पब में दारू 🍺 + पनीर सब्जी 🍲 + केबरा डांस (मुजरा डांस) 💃 की कीमत चुकाई नहीं जाएगी। कभी-कभी दारू के बग़ैर नींद आएगी नहीं 🙂‍↔️। पी लेता हूँ कभी-कभी ताकि किसी की याद सताएगी नहीं!!

ओशो ने कहा था—बीता भूल जाओ, तो मैंने सीख लिया: जो उधार देता है, मैं अगले पल भूल जाता हूँ 😂। किसी को उधार दूँ? इतनी औकात नहीं 😎। दोस्तों, मेरा मूल मंत्र: मुझे उधार देकर तुम भूल जाओ! 💸 याद रखना, नंगे आए थे और नंगे जाओगे, हाँ लेकिन पीछे कुछ यादें छोड़ जाओगे!!

१४ साल कॉम्प्लेक्स पीटीएसडी + विड्रॉल में डूबा रहा 😓। उस वक़्त मानसिक डॉक्टरों को और समाज के रूढ़िवादी लोगों को खुद थेरेपी की ज़रूरत थी शायद 😄। मेरे चिम्पांजी स्वभाव को उस वक़्त भी समाज नहीं समझ पाया 🐒। हादसे, पिटाई, जेल, रेल, खेल-मेल—हर जगह कई बार मुझे पैल (पिटाई) हर किसी के दिल पर है मैल 😣। ये शरीर बचपन से अभी तक की पिटाई से बना है, कहीं सोचो कि सिर्फ़ प्रोटीन सप्लीमेंट खाकर बना है। इसलिए अब भी I’m sexy and I know it 💪। मैं अभी तक मेरे अपने छोटे दिमाग में ०.०१% इस्तेमाल किया होगा मुश्किल से, और मैं दिमाग़ इस्तेमाल करना भी नहीं चाहता। क्योंकि जिन्होंने दिमाग़ इस्तेमाल किया, उन्होंने ऐसा क्या अचीव कर लिया जिसकी मैं तारीफ़ करूँ? “मैं फ्री दिमाग़, फ्री आदमी हूँ” 🧠। किसी ने कहा था कि किसी से ना कहना, लगे चोट दिल पर तो ख़ामोश रहना!

किसी ने ये भी कहा था: ये दुनिया अगर चमन होती सारी, तो फिर वीरान जगह कहाँ जाती?
और इस दुनिया में सारे अपने होते, तो फिर बेगाने कहाँ जाते?

लगाओ नारा:

अब एक ही नारा कि पूरा विश्व हमारा। मिले सुर 🎵 मेरा तुम्हारा तो सुर 🎶 बने हमारा 🌍—नो पासपोर्ट, नो वीज़ा, नो जीजा, नो साला ☺️।

(अब मैं गंभीर हूँ) मित्रों, जो मैं आप सभी के साथ बात (विषय वस्तु) शेयर करना चाहता हूँ, उसे यूट्यूब, इंस्टा, फेसबुक, एक्स कहीं भी बोलकर या लिखकर शेयर नहीं कर सकता। क्योंकि माफिया लोग पहले ही कोविड काल से पहले मेरे सोशल अकाउंट और पर्सनल लाइफ में परेशानी देने लगे हैं!

इसलिए खास लोगों को, जो हर तरह की बाउंड्री, सिस्टम को तोड़ने के लिए ओशो के विचारों से प्रभावित हों, जो क्वांटम एनर्जी, किंत्सुगी फिलॉसفی, ३६९ फॉर्मूला, धरती सेव और आत्म मोक्ष के सिद्धांत पर काम व सोच रखते हैं—तो आप मुझे सिर्फ़ ईमेल से संपर्क कर सकते हैं। आगामी प्रोजेक्ट पर एक साथ मित्रों की तरह एक छाते के नीचे काम करके विश्व में नया रिवोल्यूशन के लिए आशावादी माइंडसेट से जुड़ें!

मेरी ईमेल आईडी:

pawanbaba30@gmail.com

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